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भगवान भोले शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन मात्र से आत्मा की शुद्धि हो जाती है। यह हिंदुओ के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। श्री काशी विश्वनाथ में कैसे जाया जाए और भव्य आरती में कैसे सम्मिलित हुआ जाए, वहां तक जाने में कितना खर्चा होगा इस की जानकारी नीचे दी गई है।

श्री काशी विश्व नाथ जाने का कुल खर्चा:

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक जाने का कुल खर्चा इस बात पर निर्भर करता है कि आप भारत के किस शहर से वहां जाना चाहते है। इस के अलावा खर्चा इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप वहां किसी निजी वाहन से या फिर सड़क मार्ग या हवाई मार्ग से जाना चाहते हैं, वहां कितने दिन किस होटल या जगह पररुकना चाहते हैं। यह खर्चा एक व्यक्ति के लिए 10 हज़ार  से लेकर 1 लाख रूपए तक हो सकता है।

वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ कैसे जाएं:

वाराणसी के श्री काशी विश्व नाथ तक पहुंचने के तीन तरह के मार्ग हैं, सड़क मार्ग, ट्रेन मार्ग और हवाई मार्ग।

सड़क मार्ग:

सड़क मार्ग द्वारा आप प्राइवेट बसों से वहां पहुंच सकते हैं, जो भारत के सभी राज्यों के टियर 1 और टियर 2 शहरों से चलती हैं। वाराणसी पहुंचने के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर तक जाने के लिए टैक्सी या ऑटो रिक्शा बुक कर सकते हैं जाया जा सकता है।

ट्रेन मार्ग:

वाराणसीके सभी बड़े रेलवे स्टेशन भारत के लगभग सभी बड़े शहरों के रेलवे स्टेशंस से जुड़े हैं, जिससे आप भारत के किसी भी कोने से आसानी से ट्रेन मार्ग से वहां पहुंच सकते हैं। वाराणसी के रेलवे स्टेशन के निकलते ही साइकिल रिक्शा ऑटो रिक्शा से आसानी से काशीविश्वनाथ मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।

हवाई मार्ग:

बाबतपुर का लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े मेट्रो शहरों से जुड़ा हुआ है, जहां आप दूसरे शहरों से पहुंच सकते हैं। वहां से सीधे आप वाराणसी के लिए हवाई मार्ग के लिए फ्लाइट से जा सकते हैं। बाबतपुर से काशी विश्वनाथ धाम की दूरी 20 या 25 किलोमीटर है जहां से आसानी से टैक्सी या कैब बुक करके मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।

श्री काशी विश्वनाथ कब जाएं:

वैसे तो श्री काशी विशदूसरे मंदिर में भोलेनाथ के दर्शन साल की किसी भी महीने और दिन कर सकते हैं। लेकिन सावन के महिने में श्री काशी विश्व नाथ के दर्शन का खास महत्व है। यहां पर भोले शंकर और पार्वती एक साथ विराजे हैं जो भारत के अन्य दूसरे मंदिरों में नहीं है। जिस वजह से सावन के महीने में जाकर यहां दर्शन करना मुक्ति कारक सिद्ध होता है और काशी में गंगा में स्नान करने से मोक्ष प्राप्त होता है।

श्री काशी विश्वनाथ में कहां रुके:

वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ के अलावा भी बहुत से धार्मिक स्थल है जहां के आप दर्शन कर सकते हैं जैसे, तुलसी मानस मंदिर, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, चुनार का किला। इन सब स्थलों में घूमने के लिए आपको एक दिन से भी अधिक का समय लग सकता है। जहां रुकने के लिए आप वहां के लॉज, होटल, गेस्ट हाउस आदि में कमरे बुक कर सकते हैं। जिसे आप या तो अपने घर से ऑनलाइन बुक कर सकते हैं या वही जाकर बुक कर सकते हैं।

श्री काशी विश्वनाथ में आरती और दर्शन का समय:

श्री काशी विश्वनाथ में बाबा भोलेनाथ की 5 तरह की आरतियां होती हैं,

मंगला आरती

यह आरती सुबह 2:00 बजे से 3:00 बजे के ब्रह्म मुहूर्त में होती है।मंगला आरती के दौरान भक्तों को गर्भ ग्रह में आने की अनुमति होती है जिससे वह अपने भगवान के दर्शन नजदीक से कर सकें।

मध्यान्ह की भोग आरती

यह दोपहर 11:30 से 12:10 तक होती है जिस दौरान विश्वनाथ को पंचामृत से स्नान कराया जाता है।

सप्त ऋषि आरती

यह शाम को 7:15 से 8:15 तक चलती है। सप्त ऋषि आरती में सात गोत्र वाले पंडित सम्मिलित होते हैं।

श्रृंगार आरती

यह रात 9:00 से लेकर 10:15 तक चलती है।

शयन आरती

भगवान काशी विश्वनाथ की आखिरी आरती होती है।

श्री काशी विश्वनाथ धाम मंदिर के ऑनलाइन पोर्टल में जाकर आधार कार्ड के माध्यम से श्रद्धालु मंगला आरती बुक कर सकते हैं। जिस की45 दिनों पहले ही एडवांस बुकिंग करवानी होती है। मंगला आरती का बुकिंग शुल्क 350 से लेकर 1800 तक लगता है। साल के अन्य दिनों में 350 शुल्क और सावन सोमवार में 1200 शुल्क लगता है। सावन के अन्य दिनों में 600 शुल्क लगता है। महाशिवरात्रि के दिन मंगआ आरती का बुकिंग शुल्क 1800 रुपए लगता है।

आप वाराणसी के श्री काशी विश्व नाथ के दर्शन करने की ये जानकारी अपने रिश्तेदारों के साथ साझा कर के उन्हें भी वहां जाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

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