फोरलेन सड़क से जुड़ेंगे काशी के घाट, 500 करोड़ रुपये में होगा ज्योतिलिंग परियोजना का निर्माण
वाराणसी शहर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के तट पर स्थित है। यहां पर स्थित गंगा घाट पवित्र शहर वाराणसी का मुख्य आकर्षण हैं। गंगा के घाट वाराणसी के सबसे पवित्र स्थान हैं। गंगा के किनारे घाटों की संख्या लगभग 100 है। हर साल देश के कोने कोने लगभग लाखो लोग इन घाटों के दर्शन करने पहुंचते है। इसी देखते हुए चंदौली, मिर्जापुर, बिहार और मध्य प्रदेश से वाराणसी के गंगा घाट आने वाले भक्तो के लिए श्रीकाशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग परियोजना एक बड़ी
ख़ुशख़बरी बनकर आयी है।
रामनगर से राजघाट तक गंगा के समानांतर लगभग आठ किमी लंबी फोरलेन सड़क बनाई जायगी। इस सड़क के द्वारा चंदौली, मिर्जापुर, बिहार और मध्य प्रदेश से आने वाले लोग बिना नगर में प्रवेश किए सीधे गंगा घाट तक पहुंच जाएंगे.
500 करोड़ का बजट
श्रीकाशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण जल्द ही शुरू होने वाला है। इस परियोजना के पहले चरण के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हो गया है। इस परियोजना को धरातल पर लाने के लिए 28.63 हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसके अधिग्रहण पर 383 करोड़ खर्च होंगे। वहीं सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण पर 369 करोड़ खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।